फ़र्स्ट सेंचुरी ऑफ़ ब्रिटिश जस्टिस इन इंडिया: एन अकाउंट ऑफ़ द कोर्ट ऑफ़ जूडीकेचर एट बॉम्बे, इस्टैब्लिश्ड इन 1672, एंड ऑफ़ अदर कोर्ट्स ऑफ़ जस्टिस इन मद्रास, कलकत्ता एंड बॉम्बे, फ़्रॉम 1661 टू द लैटर पार्ट ऑफ़ एटींथ सेंचुरी
Author: फ़ॉसेट, चार्ल्स
Keywords: न्याय, ब्रिटिश कानूनी व्यवस्था, न्यायालय, न्यायपालिका, ईस्ट इंडिया कंपनी
Publisher: क्लेरेंडन प्रेस, लंदन
Description: यह सत्रहवीं और अठारहवीं शताब्दी के दौरान भारत में ब्रिटिश न्याय का एक वर्णन है। पुस्तक भारत में यूरोपीय लोगों, विशेष रूप से ईस्ट इंडिया कंपनी, की ऐतिहासिक रूपरेखा के साथ आरंभ होती है। यह बॉम्बे प्रेसीडेंसी में 1665 के बाद से भारत में न्यायिक व्यवस्थाओं को शामिल करती है। यह न्यायलय की स्थापना, न्याय प्रशासन, न्यायाधीशों और भारत में न्याय के इतिहास के बारे में चर्चा करती है। यह पुस्तक ब्रिटिश भारत की कानूनी व्यवस्था, कानून और न्यायिक व्यवस्था पर अमूल्य जानकारी प्रदान करती है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | फ़ॉसेट, चार्ल्स |
| dc.coverage.spatial | India |
| dc.date.accessioned | 2018-07-26T07:12:23Z |
| dc.date.available | 2018-07-26T07:12:23Z |
| dc.description | यह सत्रहवीं और अठारहवीं शताब्दी के दौरान भारत में ब्रिटिश न्याय का एक वर्णन है। पुस्तक भारत में यूरोपीय लोगों, विशेष रूप से ईस्ट इंडिया कंपनी, की ऐतिहासिक रूपरेखा के साथ आरंभ होती है। यह बॉम्बे प्रेसीडेंसी में 1665 के बाद से भारत में न्यायिक व्यवस्थाओं को शामिल करती है। यह न्यायलय की स्थापना, न्याय प्रशासन, न्यायाधीशों और भारत में न्याय के इतिहास के बारे में चर्चा करती है। यह पुस्तक ब्रिटिश भारत की कानूनी व्यवस्था, कानून और न्यायिक व्यवस्था पर अमूल्य जानकारी प्रदान करती है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xviii, 269 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | क्लेरेंडन प्रेस, लंदन |
| dc.subject | न्याय, ब्रिटिश कानूनी व्यवस्था, न्यायालय, न्यायपालिका, ईस्ट इंडिया कंपनी |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1934 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-008582 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | फ़ॉसेट, चार्ल्स |
| dc.coverage.spatial | India |
| dc.date.accessioned | 2018-07-26T07:12:23Z |
| dc.date.available | 2018-07-26T07:12:23Z |
| dc.description | यह सत्रहवीं और अठारहवीं शताब्दी के दौरान भारत में ब्रिटिश न्याय का एक वर्णन है। पुस्तक भारत में यूरोपीय लोगों, विशेष रूप से ईस्ट इंडिया कंपनी, की ऐतिहासिक रूपरेखा के साथ आरंभ होती है। यह बॉम्बे प्रेसीडेंसी में 1665 के बाद से भारत में न्यायिक व्यवस्थाओं को शामिल करती है। यह न्यायलय की स्थापना, न्याय प्रशासन, न्यायाधीशों और भारत में न्याय के इतिहास के बारे में चर्चा करती है। यह पुस्तक ब्रिटिश भारत की कानूनी व्यवस्था, कानून और न्यायिक व्यवस्था पर अमूल्य जानकारी प्रदान करती है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xviii, 269 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | क्लेरेंडन प्रेस, लंदन |
| dc.subject | न्याय, ब्रिटिश कानूनी व्यवस्था, न्यायालय, न्यायपालिका, ईस्ट इंडिया कंपनी |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1934 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-008582 |
| dc.format.medium | text |
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